शनिवार, 8 दिसंबर 2018

राधे राधे

जै श्री राधे 

इस ब्लॉग को बनाने का उद्देश्य कुछ हमारी संस्कृति संस्कारों  से जुड़ना है साथ ही साथ युवाओं को अपने संस्कारो से जोड़ना हैं !

आज की युवा पीढ़ी अपने संस्कारो को भूलती जा रही हैं लेकिन ऐसा भी नही हैं की उनकी रूचि नही हैं इन सब मे रूचि हैं लेकिन बस एक सही राह दिखाने की कमी हैं !

जैसे आज कल लोगो की ये सोच बन चुकी है की नशा करना एक अच्छा काम है और अगर जो नही करते उन्हे गवार देहाती समझा जाता है लेकिन ये बात सभी जानते है की नशा करना बुरा ह
हैं ।
अच्छा आपने कभी किसी छोटे बच्चे को कहा की ये लो थोड़ी तुम भी पी लो !  नही क्यो की हमे पता हैं की ये इनके लिए अच्छा नही हैं । फिर भी हम उसी गलत चीज को अपनी आदत बना लेते हैं और इसके कितने नुकसान हैं वो भी हम जानते हैं लेकिन अग्रेजो ने हमारे देश मे ये ऐसी बुरी आदत डाली की वो तो चले गए लेकिन ये गलत आदते छोड़ गए और उसे हम आज भी कर रहे हैं सही मायने मे तो हमारा देश तब आजाद होगा जब हम इन गलत आदतों को छोड़ पाऐगे !

                  जै श्री राधे 

कोई टिप्पणी नहीं:

एक टिप्पणी भेजें

Radhe radhe all of you