जै श्री राधे
इस ब्लॉग को बनाने का उद्देश्य कुछ हमारी संस्कृति संस्कारों से जुड़ना है साथ ही साथ युवाओं को अपने संस्कारो से जोड़ना हैं !
आज की युवा पीढ़ी अपने संस्कारो को भूलती जा रही हैं लेकिन ऐसा भी नही हैं की उनकी रूचि नही हैं इन सब मे रूचि हैं लेकिन बस एक सही राह दिखाने की कमी हैं !
जैसे आज कल लोगो की ये सोच बन चुकी है की नशा करना एक अच्छा काम है और अगर जो नही करते उन्हे गवार देहाती समझा जाता है लेकिन ये बात सभी जानते है की नशा करना बुरा ह
हैं ।
अच्छा आपने कभी किसी छोटे बच्चे को कहा की ये लो थोड़ी तुम भी पी लो ! नही क्यो की हमे पता हैं की ये इनके लिए अच्छा नही हैं । फिर भी हम उसी गलत चीज को अपनी आदत बना लेते हैं और इसके कितने नुकसान हैं वो भी हम जानते हैं लेकिन अग्रेजो ने हमारे देश मे ये ऐसी बुरी आदत डाली की वो तो चले गए लेकिन ये गलत आदते छोड़ गए और उसे हम आज भी कर रहे हैं सही मायने मे तो हमारा देश तब आजाद होगा जब हम इन गलत आदतों को छोड़ पाऐगे !
आज की युवा पीढ़ी अपने संस्कारो को भूलती जा रही हैं लेकिन ऐसा भी नही हैं की उनकी रूचि नही हैं इन सब मे रूचि हैं लेकिन बस एक सही राह दिखाने की कमी हैं !
जैसे आज कल लोगो की ये सोच बन चुकी है की नशा करना एक अच्छा काम है और अगर जो नही करते उन्हे गवार देहाती समझा जाता है लेकिन ये बात सभी जानते है की नशा करना बुरा ह
हैं ।
अच्छा आपने कभी किसी छोटे बच्चे को कहा की ये लो थोड़ी तुम भी पी लो ! नही क्यो की हमे पता हैं की ये इनके लिए अच्छा नही हैं । फिर भी हम उसी गलत चीज को अपनी आदत बना लेते हैं और इसके कितने नुकसान हैं वो भी हम जानते हैं लेकिन अग्रेजो ने हमारे देश मे ये ऐसी बुरी आदत डाली की वो तो चले गए लेकिन ये गलत आदते छोड़ गए और उसे हम आज भी कर रहे हैं सही मायने मे तो हमारा देश तब आजाद होगा जब हम इन गलत आदतों को छोड़ पाऐगे !
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Radhe radhe all of you