और कई बार क्या होता है कि अगर दूसरे का बच्चा या पड़ोसी का या रिस्तेदार का बच्चा कुछ गलत करता दिख भी जाता है ,तो हमें बड़ा आंनद आता है , और हम उसे रोकने की बजाय उसे बिगाड़ने में लग जाते है , और सोचते है कि हमें क्या करना है , हमारे बच्चे के पास तो अच्छे संस्कार है , और इन्हे लगता है , कि हमारे बच्चे से अच्छा कोई न कर पाए तो ऐसे लोगो को अगर मौका मिल जाये तो दुसरे के बच्चे को और बिगाड़ने में लग जाते है , और गलत भी कर रहे होंगे तो कहेगे कि तुम तो बहुत अच्छा कर रहे हो लेकिन पता नहीं तुम्हारे घर वाले तो तुम्हे हमेशा गलत ही समझते है , लेकिन एक बात याद रखिये कि आज अगर आप किसी के बच्चे को गलत रास्ते पर ले जायेगे तो कल को आपका बच्चा भी अगर कुछ गलत करेगा तो कोई उसे रोकने वाला नहीं होगा , क्यों कि भले ही आज उसके पास अच्छे संस्कार हो लेकिन किसी को बिगड़ने में एक मिनट नहीं लगता इसलिए भले ही आप किसी के बच्चे को सुधार नहीं सकते तो कम से कम उसे बढ़ावा तो मत दीजिये उस बात का मजा तो मत लीजिये क्यों कि जिस चीज में आपको मजा आता है , वही आपको बदले में मिलता है। तो बच्चे किसी के भी हो उन्हें अपना समझे | राधे राधे
शनिवार, 28 दिसंबर 2019
बच्चे किसी के भी हो उन्हें अपना समझे
और कई बार क्या होता है कि अगर दूसरे का बच्चा या पड़ोसी का या रिस्तेदार का बच्चा कुछ गलत करता दिख भी जाता है ,तो हमें बड़ा आंनद आता है , और हम उसे रोकने की बजाय उसे बिगाड़ने में लग जाते है , और सोचते है कि हमें क्या करना है , हमारे बच्चे के पास तो अच्छे संस्कार है , और इन्हे लगता है , कि हमारे बच्चे से अच्छा कोई न कर पाए तो ऐसे लोगो को अगर मौका मिल जाये तो दुसरे के बच्चे को और बिगाड़ने में लग जाते है , और गलत भी कर रहे होंगे तो कहेगे कि तुम तो बहुत अच्छा कर रहे हो लेकिन पता नहीं तुम्हारे घर वाले तो तुम्हे हमेशा गलत ही समझते है , लेकिन एक बात याद रखिये कि आज अगर आप किसी के बच्चे को गलत रास्ते पर ले जायेगे तो कल को आपका बच्चा भी अगर कुछ गलत करेगा तो कोई उसे रोकने वाला नहीं होगा , क्यों कि भले ही आज उसके पास अच्छे संस्कार हो लेकिन किसी को बिगड़ने में एक मिनट नहीं लगता इसलिए भले ही आप किसी के बच्चे को सुधार नहीं सकते तो कम से कम उसे बढ़ावा तो मत दीजिये उस बात का मजा तो मत लीजिये क्यों कि जिस चीज में आपको मजा आता है , वही आपको बदले में मिलता है। तो बच्चे किसी के भी हो उन्हें अपना समझे | राधे राधे
सोमवार, 16 दिसंबर 2019
थोड़ा तो दूसरो के बारे में भी सोचे
शनिवार, 7 दिसंबर 2019
गुरुवार, 21 नवंबर 2019
और इसी प्रकार बच्चो को शुद्ध और सात्विक भोजन दे ज्यादा तेल मसाला वाली चीजे और चायनीज आदि बाहर का भोजन न दे, क्यों कि शुद्ध भोजन करने से बच्चो का पढ़ने में मन भी लगता है , और उनके मन में अच्छे विचार आते है जिससे वो गलत काम नहीं करते। राधे राधे
शनिवार, 16 नवंबर 2019
तो ये था प्रेरणा का मतलब अब देखिये आज कल बच्चे बिगड़ रहे है ,माता - पिता का कहना नहीं मान रहे है ,जिसको लेकर वो हमेशा परेशान रहते है ,और उनकी परेशानी भी जायज है , लेकिन एक बात नहीं समझ आयी कि ये बच्चे बिगड़ कैसे गए। अब ज्यादातर जो मैंने देखा और सुना है ,लोगो के द्वारा तो उससे मुझे जो बाते समझ आयी चलिए वो बताती हु आपको अच्छा आप में से कई लोग या हम लोग जब प्रधानमंत्री जी को या किसी बड़े व्यक्ति को देखते है तो हम लोगो के मन में एक बात तो आती होगी कि काश हम भी ऐसे बन पाते और अगर अपने लिए नहीं तो अपने बच्चो के लिए तो इस बात को सोचते है कि काश हमारा बेटा या बेटी भी कभी ऐसी बन पाती और सिर्फ सोचकर आपको बहुत गर्व महसूस होता है ,तो सोचिये जब वो बन जाये तो कैसा लगेगा आपको फिर दुसरे ही पल आप सोचते है कि ये क्या बनेगा नालायक न इसका पढ़ाई में मन लगता न ही इसमें कोई अच्छे गुण है। एक बात बताऊ आपको देखिये अगर आप मन से चाहते है ,कि आपके बच्चे पैसे कमाने के साथ - साथ एक अच्छे व्यक्ति भी बने तो उन्हें अच्छे संस्कार दीजिये क्यों की पैसे कमाना बड़ी बात नहीं उसका सही ढंग से उपयोग करना बड़ी बात है , क्यों कि कुछ लोग पैसे कमाने लगते है या थोड़ा ज्यादा पैसा या पद आ जाता है ,तो वो ऐसे अकड़ के चलते है ,जैसे यही सबके मालिक है। खैर हम प्रेरणा के स्रोत की बात कर रहे थे , अच्छा आपने कभी सोचा कि कुछ वर्ष पहले हमारे देश में कितने महापुरुष हुए जैसे - महात्मा गाँधी जी , सरदार वल्लभ भाई पटेल ,पंडित जवाहर लाल नेहरू जी ,मदनमोहन मालवीय जी ,बाल गंगाधर तिलक आदि कई महापुरुष जिन्होंने समाज के लिए अपने देश के लिए निःस्वार्थ भाव से काम किया और समाज में एक प्रेरणा के स्रोत बने । तो ऐसे महान लोगो से हमें प्रेरणा लेनी चाहिए , लेकिन आज कल के बच्चे तो कार्टून , फिल्मो ,सीरियल वालो से प्रेरणा लेते है , और मुझे नहीं लगता कि आज कल कि फिल्मो से कुछ प्रेरणा लेने लायक बचा भी है , और जो लेते भी है , वो बस लैला मजनू ही बने पूरी जिंदगी घुमते रहते है , या फिर छोटे कपडे पहनना सीखते है , और अंगो का प्रदर्शन कर अपने आप को महान ,और मॉडर्न समझते है , अरे आप सभी अच्छे से जानते है ,कि ये सब विदेशी सभ्यता है , तो क्या अपनी भारतीय सभ्यता या संस्कृति को अपनाना गलत है ,या फिर शर्म आती है आपको। खैर मुझे जो ठीक लगा वो मैंने आपको बताने की कोशिश की आगे मर्जी आपकी अगर आपको मेरी कोई बात बुरी लगी हो तो माफ कीजियेगा लेकिन यही सच है ,और ये आप सभी जानते है। और अगर जीवन में प्रेरणा लेनी हो तो किसी महापुरुष से बुद्ध पुरुष से लीजिये और अपने ग्रंथो से रामचरितमानस ,गीता आदि से लीजिये क्यों कि इनकी प्रेरणा से ही आप जीवन में सफलता प्राप्त कर सकते है किसी और से नहीं । राधे राधे
शनिवार, 9 नवंबर 2019
होइहै वही जो राम रचि राखा
रविवार, 27 अक्तूबर 2019
दिवाली खुशियों वाली
दिवाली खुशियों वाली :- सबसे पहले आप सभी को दीपावली की हार्दिक शुभकामनाएं हैप्पी दिवाली आज आप हम सभी इस त्योहार को क्यों मनाते है , क्या कारण है ,और इसे मनाने का उदेश्य क्या है , ये आप सभी अच्छी तरह जानते है , आज के दिन प्रभु श्री राम चौदह वर्ष का वनवास पूरा करके अयोध्या यानि अपने घर वापस आये इस खुशी में दीप जलाये गए और दिवाली का त्यौहार मनाया गया। और आज के दिन ही गौ माता का जन्म हुआ ऐसा भी माना जाता है ,तो आज गऊ माँ की भी पूजा करनी चाहिए साथ ही आज माता लक्ष्मी का भी जन्म हुआ जिसके कारण गणेश लक्ष्मी जी की भी पूजा होती है ,और इसलिए हम सभी दिए जलाकर इस पर्व को मनाते है। अब देखिये अपने घर को तो हम उजाले से भर देते है ,और हमारे आस पास कही अंधकार ना रहे इस बात का भी हम पूरा ध्यान देते है ,लेकिन लेकिन लेकिन क्या हम सभी ने कभी इस बात का ध्यान दिया कि हमारे अंदर कितना अंधकार है ,और वहा कैसे उजाला करे अब आप सोच रहे होंगे कि हमारे मन में तो कोई अंधकार नहीं है ,तो शायद आपने कभी इस बारे में सोचा ही नहीं क्यों कि अगर बाहर थोड़ा बहुत अँधेरा है ,तो शायद चल भी जाये लेकिन मन में कही अंधकार न रहे इस बात का हमें ध्यान देना पूरा ध्यान देना चाहिए जैसे क्रोध, ईर्ष्या ,द्वेष या बदले की भावना आदि मन के अंधकार को दूर कर सबसे प्रेम करे सबको सम्मान दे बड़ो को आदर दे छोटो को प्यार दे और सभी के साथ मिलकर और माता पिता से आशीर्वाद लेकर और सभी के लिए मन में प्रेम लेकर मनाये दिवाली खुशियों वाली। और एक प्रार्थना आप सभी से कि दिवाली पर किसी भी प्रकार का नशा य जुए आदि न खेले क्यों कि ये लक्ष्मी जी का अपमान होगा इसलिए कृपया ध्यान से प्रेम से सावधानी से मनाये दिवाली खुशियों वाली। राधे राधे
शुक्रवार, 25 अक्तूबर 2019
आज को मत बिगाड़ो
आज को मत बिगाड़ो :- आज को मत बिगाड़ो का मतलब ही है , कि आने वाले भविष्य या बीते हुए कल के लिए अपने आज के समय या वर्तमान को मत बिगाड़ो क्यों कि समय बहुत कीमती है। चलिए इसी पर एक कहानी याद आ रही है ,आपको बताते है , एक बार एक संत उपदेश दे रहे थे ,कई लोग वहा पर उपदेश सुनने आये थे सभी बडी शांति से उनकी बातो को सुन रहे थे लेकिन उन्ही में से एक व्यक्ति बड़ा क्रोधी स्वभाव का था उससे अच्छी बाते सहन नहीं हुई तो अचानक बोल पड़ा और कहने लगा कि ये सब बड़ी - बड़ी बाते करना ही तुम लोगो का काम है , और ये सब समय कि हानि है ,और कुछ नहीं इस प्रकार कटु वचन बोलता रहा लेकिन वो संत बड़ी शांति से सब कुछ सुनते रहे और संत जी को शांत देखकर उसे और गुस्सा आया और वह भला बुरा कहते हुए वहा से चला गया । अगले दिन जब उस व्यक्ति का गुस्सा शांत हुआ और उसे अपनी गलती का एहसास हुआ तो वह संत जी के पास पंहुचा वो जहा पर प्रवचन दे रहे थे और संत जी के चरणों में गिर पड़ा और माफी मांगने लगा। संत जी ने पूछा अरे आप कौन और आप माफी क्यों मांग रहे है ,तब उसने कहा कि मैं वही मूर्ख हु जो कल आपको भला बुरा कह रहा था मै बहुत शर्मिंदा हु। तब संत जी ने कहा अरे भाई बिता हुआ कल तो मै वही छोड़ आया और तुम अभी वही रुके हुए हो जब तुम्हे अपनी गलती का एहसास हो गया तो तुम निर्मल हो गए अब तुम अपने आज में जिओ देखिये बुरी बाते याद करने से वर्तमान और भविष्य दोनों बिगड़ते है , अब इसका मतलब ये नहीं कि गलती करे और फिर उसका प्रायश्चित कर ले और आज में जिए तो मतलब ये नहीं की हर बार गलती करने कि आपको छूट मिल जाती है , प्रायश्चित करने का मतलब ही है की काम को न करना तो इसलिए बीते हुए कल के कारण आज को मत बिगाड़ो। राधे राधे
सोमवार, 21 अक्तूबर 2019
शांति फैलाइए और स्वयं शांति पाइये
सोमवार, 14 अक्तूबर 2019
खेल भी बहुत जरूरी है!
खेल भी बहुत जरूरी है:- जैसा कि आप सभी जानते है ,कि खेल बहुत जरूरी है ,हमारे शारीरिक और मानसिक विकास के लिए बस थोड़ी सावधानी से खेला जाये तब वरना वो विकास की जगह कुछ और ही बन जाता है , तो खेल जरूर खेले क्यों कि ये भी एक व्यायाम है , तो बच्चो को खेलने दे और समय हो तो आप भी उनके साथ खेले क्यों कि कई बार क्या होता है ,कि बच्चो को हम खेलने के लिए भेज देते है लेकिन ये ध्यान नहीं देते कि उन बच्चो का स्वभाव कैसा है ! और बाद में कहते है , कि क्या बच्चो को खेलने भेजे बच्चे बिगड़ जाते है , अरे आपको किसने कहा कि आप बच्चो को बाहर ही खेलने के लिए भेजे अरे आप खेलिए न उनके साथ इससे आप बच्चो के साथ कुछ समय भी बिता पाएंगे और उनसे कुछ बाते भी कर पाएंगे और इससे आपकी भी थोड़ी कसरत हो जाएगी तो बच्चो को खेलने दे और एक बात मै साफ -साफ कहना चाहूगी की यहां मोबाइल ,कम्प्यूटर में खेलने कि बात नहीं की जा रही है , इनसे तो जितना हो सके उतना दूर रखे ! यहां दौड़ भाग ,उछल कूद वाले खेलो की बात कही जा रही है , तो बच्चो को खेलने दे क्यों कि खेल भी जरुरी है ! राधे राधे
बुधवार, 9 अक्तूबर 2019
राधे राधे
सोमवार, 7 अक्तूबर 2019
बुराई पर अच्छाई की जीत
बुराई पर अच्छाई की जीत ⇾ सबसे पहले आप सभी को दशहरा की हार्दिक शुभकामनाये जैसा कि आज का टाइटल रखा गया है ,बुराई पर अच्छाई की जीत ये कोई नया टाइटल नही है ,क्यों की इस त्योहार का मतलब ही यही है ! बुराई पर अच्छाई की जीत का मतलब ये नहीं की आप रावण जला दे और हो गयी बुराई पर अच्छाई की जीत नही इस का मतलब ये नहीं है ,वो अलग बात है की हम अपनी परम्पराओ को संस्कृति को हर वर्ष मनाते है ,और मनाना भी चाहिए और उस समय की जो बुराई थी उसे हमारे प्रभु श्री राम जी ने उसे समाप्त किया और हम सब को शिक्षा दी की हमें कभी भी बुराई का साथ नहीं देना चाहिए और न कभी करना चाहिए ,और बुराई का मतलब तो आप सभी समझते ही है ,फिर भी कुछ बातो को याद दिलाना चाहेंगे जैसे - अंहकार य घमंड कभी किसी बात पर नहीं करना चाहिए चाहे वो सुंदरता का हो पैसे का हो य अपने बल का हो क्यों कि आप सभी इस बात को अच्छी तरह से जानते है ,इस दुनिया में कितने बड़े बड़े बुद्धिमान, धनी लोग हुए सब खाली हाथ ही गए ,इसलिए सभी से प्रेम से विनम्रता से बाते करे व्यवहार करे और अपने से बड़ो का सम्मान और छोटो से प्रेम करे और एक दूसरो की गलती को माफ करे और साथ मिलकर मतलब आप समझ गए होंगे लगता है नहीं समझे तो चलिए समझा देते है देखिये परिवार और रिश्तेदार के साथ मिलकर तो हम मनायेगे ही साथ ही उन गरीबो के मुँह में भी इस दशहरे के पान की लालिमा होनी चाहिए तो अब आप समझ ही गए होगे । और एक बात सबसे पहलेआज भगवान् को पान खिलाये फिर प्रसाद सब मिलकर पाए और त्यौहार का आंनद ले ! जय श्री राधे जय सिया राम
मंगलवार, 1 अक्तूबर 2019
स्वच्छता जरूरी है ।
स्वच्छता जरूरी है :-
गुरुवार, 5 सितंबर 2019
नजरे बदली तो नजारे अपने आप बदल जायेगे ।
रविवार, 25 अगस्त 2019
health or wealth (स्वास्थ्य अथवा पैसा )
health or wealth (स्वास्थ्य अथवा पैसा ):-
शुक्रवार, 23 अगस्त 2019
सब के लिये अच्छा सोचे
सब के लिये अच्छा सोचे :-
गुरुवार, 20 जून 2019
करे योग रहे निरोग
करे योग रहे निरोग :-
शनिवार, 15 जून 2019
जब अपने काम से खाली हो तो ये करे
बुधवार, 12 जून 2019
पर्यावरण सुरक्षित तो हम भी सुरक्षित
आज कल हम सभी गर्मी और पसीने का मजा ले रहे है , गर्म हवाओ मे नीबू पानी का स्वाद ले रहे है , अब आप सोच रहे होगे ये कैसी अजीब बकवास बातें है , तो आप बिल्कुल सही सोच रहे है , लेकिन इन बकवास बातो के और इस गर्मी के जिम्मेदार हम सभी है ।
अब आप सोच रहे होगे हम कैसे जिम्मेदार है , इस गर्मी के तो देखिए न जब पर्यावरण दिवस आता है , तो हम व्हाट्सएप , फ़ेसबुक आदि सोशल मीडिया के माध्यम से लोगो को बताते है , की हमे कितनी परवाह है , अपने पर्यावरण की गर्मी आने पर प्लास्टिक की थैलियां बन्द करा दी जाती है , लेकिन जैसे ही गर्मी गयी तो सारी पर्यावरण की परवाह एक तरफ हो जाती है ।
तो इसलिए इस ब्लॉग के माध्यम से हम आपको यह कहना चाहते है , की अपने घरो मे अच्छे और वास्तविक पौधे लगाए न की आर्टिफिशियल क्यो की आज कल इनका बडा फैशन है , लेकिन ये आप सभी जानते है , की वो हमे ऑक्सिजन नहीं देते ।
तो आप सोच रहे होगे पर्यावरण सुरक्षित कैसे हो , तो इस बारे मे हमारे संतो ने बडे़ सुंदर उपाय बताए है , क्या तो वो है , पेड़ - पौधे लगाना और ज्यादातर पीपल , नीम , तुलसी और फलदार , फूलदार पौधे लगाए , और दूसरा उपाय है , यज्ञ , हवन ये हमारे पर्यावरण को सुरक्षित करते है ,
जिससे समय पर वर्षा , और जरूरत की गर्मी सर्दी होती है , औरआपके घरो मे जितना फर्निचर और लकड़ी की चीजे बनवाए जैसे सोफे , बेड आदि उन सबके बदले पेड़ भी लगाए ये न सोचे की पैसे तो दिए है , हमने और जब इन सब उपायो को हम करेगे तो पर्यावरण सुरक्षित और हम भी सुरक्षित ।
और अगर आपको कोई बात बुरी अच्छी न लगी हो तो क्षमा करें , जय श्री राधे ।
शुक्रवार, 26 अप्रैल 2019
जहा हो टेस्ट वही करें टाईम वेस्ट
जहा हो टेस्ट वही करें टाईम वेस्ट (in which place do your interest in that place you should west your time ):-
टाइटल देख कर आप समझ ही गए होगे कि आज हम किस बारे मे बात करने जा रहे है ।
कई बार हम अपनी मर्जी दूसरो पर थोप्ते है , भले ही उसकी इच्छा कुछ और हो ,जैसे हमारे छोटे भाई , बहन , बच्चे य कोई भी हम बच्चों को बार - बार पढ़ने के लिये कहते है , जब कि बच्चे की इच्छा खेलने की है , य किसी को पढ़ना पसंद है , हम उसे बिजनेस के लिये कहते है , और ऐसा करने पर वो उस काम मे कभी अच्छे नही हो पाते ।
जब की अगर उसकी मर्जी का काम उसे करने दे तो वो उस काम मे बहुत ऊपर जाता है , क्यो की उसकी वहां रूचि है , interest है , वहां उसका टेस्ट है ।
शनिवार, 2 मार्च 2019
झगड़ा लंगड़ा हो तो अच्छा लेकिन तगड़ा हो तो बुरा
जैसा की आज का टाइटल (title) रखा गया झगड़ा लंगड़ा हो तो अच्छा लेकिन तगड़ा हो तो बुरा , अब आप सोच रहे होगे कि भला झगड़ा कैसे लंगड़ा हो सकता है , क्यो कि तगड़ा तो समझ आया लेकिन लंगड़ा ।
चलिए अब ज्यादा दिमाक मे जोर मत डालिए अब आपको बता ही देते है , इसका मतलब , देखिए हर रिश्ते मे झगड़े तो होते ही है , चाहे वो पति - पत्नी का हो माँ बेटे का हो या भाई बहन का हो , कहने का मतलब लगभग सभी रिश्तो मे झगड़े होते है ।
और शायद इन रिश्तो मे प्रेम का कारण भी ये झगड़े ही होते है क्यो कि कड़वे के बाद ही मीठे कि कीमत समझ आती है ।
लेकिन फिर वही बात कि अगर झगड़े लंगड़े हो तब तो ठीक मतलब थोड़ी सी नोक -झोंक वाले यानी लंगड़े लेकिन अगर वही झगड़े बड़ा रूप ले ले यानी तगड़े हो जाये तब वो रिश्ते तोड़ देते है ।
इसलिए झगड़ों को लंगड़े रहने दे तगड़े न होने दे कोशिश यही करे और अगर सामने वाला ही इसे तगड़ा होने दे तब तो आप भी इसकी खातिरदारी कर दे तो कुछ गलत नही होगा । समझ गए कि हम क्या कहना चाहते है ।
राधे राधे
सोमवार, 21 जनवरी 2019
हमारा भारत देश महान
हमारा भारत देश महान :-
हमारा भारत देश महान है , इस बात को हम सभी जोर - जोर से नारे लगाकर हमेशा कहते है , लेकिन इसकी महानता के पीछे कारण क्या है , और ये किसी और देश के लिए क्यो नही कहा जाता । क्या आपने कभी ऐसा सुना हमारा अमेरिका महान , या हमारा चीन महान । नही लेकिन क्यो । यहा किसी देश को नीचा दिखाने का उद्देश्य नही है , लेकिन आपने कभी ऐसा सुना ।