शांति फैलाइए और स्वयं शांति पाइये :- आप सभी समझ गए होंगे कि आज हम किस बारे में बाते करने जा रहे है! एक नियम है ,कि जो भी आप पाना चाहते है वही सब को दे और इस बात को आप हम सभी हमेशा अनुभव भी करते रहते है , जैसे - कभी हमने किसी को गाली दी तो बदले में हमें भी वही मिलती है ,अब ऐसा तो नहीं होता है कि आपकी गाली का जवाब आपको प्रेम भरे शब्दो में मिलता हो! और अगर ऐसा होता भी है तो फिर वो व्यक्ति तो कोई महापुरुष ही होंगे ! खैर ये तो एक साधारण सा उदाहरण था आप सभी को समझाने का लेकिन अब हम सीधे चलते है अपने विषय कि ओर जैसा कि आज कहा गया कि शांति फैलाइए और शांति पाइये शांति फैलाने का मतलब है कि चलिए पहले हम छोटी -छोटी बातो से शुरुआत करते है माना आपके घर में आपकी पति पत्नी में लड़ाई हो गयी तो पहले उसे शांत करे कहने का मतलब है कि छोटी मोटी नोक झोक तो चलती रहती है लेकिन यहां बड़ी- बड़ी लड़ाइओ की बात कही जा रही है ऐसी लड़ाईया जो कोर्ट तक पहुंच जाती है ,तो कृपया ध्यान दे कि ऐसी लड़ाई ना हो क्यों कि ताली दो हाथ से ही बजती है ,एक से नहीं तो इसलिए अपनी गलतियों को समझे और उन्हें सुधारे और शांति बनाये अब ऐसे ही तो शांति फैलती है ! अब देखिये हम बॉर्डर कि लड़ाइयों को तो नहीं शांत कर सकते लेकिन जब हर घर में शांति होगी तभी पूरे देश में शांति होगी और क्यों कि कई घर से मिलकर ही तो एक देश बनता है जैसे एक -एक बूद से मिलकर एक घड़ा भरता है वैसे ही अगर हम अपने घर में अपने पड़ोस में शांति बनाये तो ये भी बहुत बड़ा योगदान होगा हमारा शांति फैलाने में तो कम से कम घर में ही हमारी वजह से शांति फैले अशांति न फैले ये हम ध्यान दे और हमें हमेशा कोशिश करनी चाहिए कि हम लोगो को खुश रखे क्यों कि अगर आप शांति लोगो को देंगे तो आपको भी वही मिलेगी और ये बहुत कीमती और बहुत प्यारा शब्द है ,जिसको कहने से ही बड़ी शांति मिलती और अगर इसे अपने जीवन में ले आये तो कहना क्या और ये सबके लिए जरुरी भी है, और कई बार तो हम कहते भी है कि भले ही सूखी रोटी मिले लेकिन शांति से मिले तो इसलिए शांति फैलाइये और शांति पाइये ! राधे राधे
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Radhe radhe all of you