आज को मत बिगाड़ो :- आज को मत बिगाड़ो का मतलब ही है , कि आने वाले भविष्य या बीते हुए कल के लिए अपने आज के समय या वर्तमान को मत बिगाड़ो क्यों कि समय बहुत कीमती है। चलिए इसी पर एक कहानी याद आ रही है ,आपको बताते है , एक बार एक संत उपदेश दे रहे थे ,कई लोग वहा पर उपदेश सुनने आये थे सभी बडी शांति से उनकी बातो को सुन रहे थे लेकिन उन्ही में से एक व्यक्ति बड़ा क्रोधी स्वभाव का था उससे अच्छी बाते सहन नहीं हुई तो अचानक बोल पड़ा और कहने लगा कि ये सब बड़ी - बड़ी बाते करना ही तुम लोगो का काम है , और ये सब समय कि हानि है ,और कुछ नहीं इस प्रकार कटु वचन बोलता रहा लेकिन वो संत बड़ी शांति से सब कुछ सुनते रहे और संत जी को शांत देखकर उसे और गुस्सा आया और वह भला बुरा कहते हुए वहा से चला गया । अगले दिन जब उस व्यक्ति का गुस्सा शांत हुआ और उसे अपनी गलती का एहसास हुआ तो वह संत जी के पास पंहुचा वो जहा पर प्रवचन दे रहे थे और संत जी के चरणों में गिर पड़ा और माफी मांगने लगा। संत जी ने पूछा अरे आप कौन और आप माफी क्यों मांग रहे है ,तब उसने कहा कि मैं वही मूर्ख हु जो कल आपको भला बुरा कह रहा था मै बहुत शर्मिंदा हु। तब संत जी ने कहा अरे भाई बिता हुआ कल तो मै वही छोड़ आया और तुम अभी वही रुके हुए हो जब तुम्हे अपनी गलती का एहसास हो गया तो तुम निर्मल हो गए अब तुम अपने आज में जिओ देखिये बुरी बाते याद करने से वर्तमान और भविष्य दोनों बिगड़ते है , अब इसका मतलब ये नहीं कि गलती करे और फिर उसका प्रायश्चित कर ले और आज में जिए तो मतलब ये नहीं की हर बार गलती करने कि आपको छूट मिल जाती है , प्रायश्चित करने का मतलब ही है की काम को न करना तो इसलिए बीते हुए कल के कारण आज को मत बिगाड़ो। राधे राधे
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें
Radhe radhe all of you