थोड़ा तो दूसरो के बारे में भी सोचे :- आज कल व्यक्ति केवल अपने बारे में ही सोचता है , दूसरो के बारे में नहीं और केवल ये ध्यान देते है , कि हमारा भला किस में है , दूसरो का कितना नुकसान हो रहा है , उसे हमारी वजह से कितनी परेशानी हो रही है ,इससे कोई मतलब नहीं है। जैसे आज कल हमारे कंपनी वाले भाई बड़ी भोली सी सूरत लेकर कुरकुरे टेढ़ा - मेढ़ा बना देते है , जिसे हम बड़े स्वाद से खाते है , बिना ये सोचे कि इसके कितने नुकसान है , और सबसे ज्यादा उपयोग में लाने वाली वस्तु आपका रिफाइंड आयल (refined oil ) , डालडा आदि इस प्रकार के सभी तेल घी जिसका उपयोग हमारे घरो में अधिकतर होता है , और मुझे नहीं लगता कि इन सब को खाने के कितने नुकशान है वो मुझे आपको बताने की जरूरत है , सभी जानते है , कि ये कितना नुक्शानदायक है , बहुत छोटा सा उदाहरण है , इस रिफाइंड तेल के बारे में जानने के लिए, क्या होता है , जब इस तेल को आप किसी डिब्बे या कन्टेनर में रखते है , या वो जिस डिब्बे में आता है , और जब वो ख़तम हो जाता है तो उस डिब्बे की सकल देखने लायक होती है , ऐसी चिपचिपाहट होती है कि फिर आप चाहे एड़ी चोटी का जोर लगा लो उसकी चिपचिपाहट छूटा नहीं पाओगे तो सोचने वाली बात है , कि जो प्लास्टिक , स्टील या कांच आदि के बर्तनो में इस प्रकार चिपक सकता है , वो हमारे ह्रदय , आंतो आदि शरीर के अंदर चिपकता होगा और कितना नुकशान करता होगा हम सोच भी नहीं सकते । और इसलिए इस रिफाइंड तेल के बारे में तो लोगो ने यह तक कह डाला कि रिफाइंड खाओ जल्दी ऊपर जाओ और शायद आप जानते होंगे कि आज कल जो शुगर कि बीमारी, ह्रदय रोग , किडनी आदि बड़ी बीमारिया जो हर घर में हो रही है , वो सब इसी गलत खान पान से हो रही है। और एक तेल (oil)जिसका बहुत उपयोग हो रहा हमारे घरो में नहीं बल्कि बाजार में बिकने वाली चीजों में केवल इसी तेल का प्रयोग करते है , और वो है आपका चहेता ताड का तेल (palm oil ), आदि सस्ते तेल जिनमे ना कोई गंध होती न सुगंध होती और जो बहुत सस्ती कीमत में मिलता है , अब आप कह रहे होंगे कि हमारा चहेता कैसे हो गया ये ताड का तेल अरे भाई क्यों नहीं है चहेता, अब आप में से कई लोगो को इस बारे में पता है , फिर भी क्या आप पिज्जा , बर्गर , समोसे आदि खाने से पीछे हटते है , नहीं और ये भी कहते कि क्या इन सब बातो सुनकर अपना स्वाद बिगाड़ दे क्या तो मत बिगाड़िए और फिर बाद में ये मत कहिये कि दुनिया भर की सारी बीमारी हमारे घर में ही आ गयी है। खैर जो हमारे पास जानकारी थी हमारा काम था आपके साथ शेयर करना बाकी आप मानो न मानो आपकी मर्जी हम तो यही कहेगे जागो ग्राहक जागो अगर सोते रहे तो आज के समय में कोई ये सोचने वाला नहीं है , भले हमे कम पैसा मिले लेकिन दूसरे को परेशानी या तकलीफ न हो आज कल सभी अपना उल्लू सीधा करने में लगे हुए है। लेकिन फिर भी हम यह कहेगे कि थोड़ा तो दूसरो के बारे में भी सोचे क्यों कि अगर आप दूसरो का भला सोचेंगे तो आपका भी भला होगा। राधे राधे
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें
Radhe radhe all of you