अपने लिए सीखे :- आज का टाइटल देखकर तो आप सोच रहे होंगे , कि कोई भी चीज अपने लिए ही तो सीखी जाती है , किसी और के लिए थोड़े न जी बिल्कुल हम आपकी बात से सहमत है , लेकिन एक बात बताइये जब भी आप कोई चीज सीखते है , तो वो सीखते किस लिए है , अब आप कहेगे कि किस लिए सीखते है मतलब अरे भाई अपने भले के लिए सीखते है , सुखी रहने के लिए सीखते है जिससे हमारे जीवन में खुशिया बनी रहे , जैसे - हम भोजन बनाना सीखते है ताकि स्वादिष्ट भोजन बनाकर खा सके और अपने परिवार को खिला सके और अगर हम कोई काम करना सीखते है , तो इसलिए सीखते है जिससे पैसे कमा सके और जिससे हम और हमारा परिवार सुखी रह सके आदि और कई ऐसी चीजे है। लेकिन हम क्या सिखने की बात कर रहे है , तो हम बात कर रहे है , बातो को सहन करना सीखे देखिये बाकी चीजे सीखने पर सुखी रह पाए न रह पाए कोई कह नहीं सकता लेकिन अगर आप हर चीज सहना सीख जाए तब आपको खुश रहने से कोई नहीं रोक सकता क्यों कि आज के व्यक्ति के अंदर सहनशीलता की बहुत कमी है जिसके कारण आज चारो तरफ इतनी अशांति फैली हुई है।
इसलिए थोड़ी सहनशीलता अपने अंदर लाइए जिससे आप भी सुखी रहेंगे और आपके आस - पास वाले भी
जय श्री राधे
इसलिए थोड़ी सहनशीलता अपने अंदर लाइए जिससे आप भी सुखी रहेंगे और आपके आस - पास वाले भी
जय श्री राधे
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Radhe radhe all of you