सर्वप्रथम आप सभी को हमारी लाडली किशोरी जू श्री राधा रानी के जन्मदिवस या राधाअष्टमी कि हार्दिक शुभकामनाए बहुत -बहुत बधाई । राधे राधे
आइए अब हम अपने विषय कि ओर बढ़ें जैसा कि आज का टाइटल रखा गया कि नजरे बदली तो नजारे अपने आप बदल जायेगे आप सभी कई बार इस कथन को सुन चुके है , और मतलब भी समझते है , फिर भी शायद इसे भूल जाते है , और इसी से हम दुखी , उदास हो जाते है , जैसे एक बडा साधारण सा उदाहरण लेते है हम बच्चों का
कई बार जब माता -पिता बच्चों को डाटते है , या किसी बात के लिये मना करते है , या फिर किसी दोस्त या किसी व्यक्ति से बात करने के लिये उसकी संगत से दूर रहने के लिये मना करते है , तो बच्चे को लगता है , कि माता - पिता बुरे है , और उस दूसरे व्यक्ति को सही समझते है , तो ये उनके नजरिए का ही फर्क है , लेकिन जब उन्हे अपनी गलती का एहसास होता है , तब पता लगता है , कि माता - पिता सही है और हम गलत , और हम लोग हमेशा नकरात्मक विचारो (negative thoughts ) मे पड़कर जीवन मे आए हुए मौके को भी हाथ से छोड़ देते है , जैसे क्लास मे पढ़ने वाला एक कमजोर बच्चा सोचता है , मै जीवन मे कुछ नही कर सकता , लेकिन ऐसा भी कई बार होता है , क्लास का टॉप करने वाला बच्चा कुछ नही कर पाता जबकि वो कमजोर बच्चा बहुत आगे निकल जाता है , लेकिन ये कैसे सम्भव (possible )होता है , प्रयास करने पर और अपने नजरिए को बदलने पर तो इसलिए अपने बच्चो का मनोबल बढ़ाईये न कि छोटी - छोटी बातो पर डांटकर उन्हे गलत रास्ते पर जाने क़ो मजबूर करें उन्हे समझाए कि क्लास मे फेल होने का मतलब जि़न्दगी मे फेल होना नहीं है , और भी कई मौके होते है , तो पॉजिटिव सोचे औऱ अपने नजरिए क़ो भी (positive ) सकारात्मक रखे ।
राधे राधे ।